
कश्मीर की वादियाँ, जहाँ हवा में अमन का संगीत बहता है, जहाँ बहती झीलों में सूरज की किरणें झिलमिलाती हैं, वहाँ अचानक गोलियों की आवाज़ गूंजती है, चीखें गूंजती हैं और खून की लकीरें उस धरती पर बहती हैं, जो कभी प्रेम और शांति की मिसाल मानी जाती थी।
22 अप्रैल 2025 को पहलगाम की खूबसूरत घाटियों में एक ऐसा ही लहूलुहान दृश्य उभरा — जहाँ आतंकियों ने 26 निर्दोष भारतीय पर्यटकों की नृशंस हत्या कर दी।
क्या हुआ उस दिन पहलगाम में?
“क्या तुम मुसलमान हो?”“कलमा सुनाओ!”
प्रत्यक्षदर्शियों की गवाही
“हमें रोक कर पूछा गया कि क्या हम मुस्लिम हैं। कुछ को कलमा बोलने को कहा गया, जो नहीं बोल सके, उन्हें वहीं ढेर कर दिया गया। हम मदद के लिए चीखते रहे, लेकिन पहाड़ों में कोई नहीं सुनता...”
यह हमला क्यों था असाधारण?
- कोई राजनीतिक मांग नहीं थी।यह हमला न तो कश्मीर को अलग करने के नाम पर था और न ही किसी खास विचारधारा के लिए। यह सिर्फ धर्म के नाम पर हुआ नरसंहार था।
- पहली बार टूरिज्म सीज़न पर हमला हुआ।पर्यटन को बढ़ावा देने की कोशिशों के बीच यह हमला भारत की आर्थिक, सांस्कृतिक और सामूहिक चेतना पर भी हमला था।
- पूरी तरह योजनाबद्ध नरसंहारआतंकियों को पता था कि कौन-कौन आया है।उन्होंने पहले से घाटी में एम्बुश तैयार कर रखा था।यह कोई एक्सीडेंट या अचानक गोलीबारी नहीं थी, बल्कि योजनाबद्ध "टार्गेटेड किलिंग" थी।
पाकिस्तान का क्या रोल था?
यहाँ सवाल ये है कि:
क्या पाकिस्तान के समर्थन के बिना इतने भयानक स्तर की आतंकी घुसपैठ संभव है?क्या भारत अब फिर एक 'मूक शोक' मनाएगा, या ठोस बदला लिया जाएगा?
सरकार की प्रतिक्रिया: शांत नहीं, ठोस
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पाकिस्तान के नागरिकों को 48 घंटे के अंदर भारत छोड़ने का आदेश दिया
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सिंधु जल संधि स्थगित कर दी
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अटारी बॉर्डर पर अस्थायी तौर पर आवागमन रोक दिया
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पाक उच्चायोग की गतिविधियों पर सीमा तय की
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भारतीय राजनयिकों को पाकिस्तान से बुलाया गया
साथ ही, सेना को स्पष्ट संकेत मिला:
"फ्री हैंड"
देश की जनता में आक्रोश
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अब कड़ी निंदा नहीं, सीधी सर्जिकल स्ट्राइक चाहिए
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सिर्फ दफनाने की तस्वीरें नहीं, बदले की तस्वीरें चाहिए
मानवता का सवाल
“क्या किसी की मुस्कुराहट की भी जात होती है?”“क्या कोई झील, कोई फूल, कोई आकाश इतना धर्म पूछता है?”
## भारत अब चुप नहीं बैठेगा
यह लेख न केवल पीड़ितों को श्रद्धांजलि है, बल्कि एक स्पष्ट संदेश है:
अबकी बार – जवाब सिर्फ बयान से नहीं, कार्रवाई से होगा।