Showing posts from 2010

शि‍क्षा का अधि‍कार है जरूरी

शिक्षा किसी भी व्यक्ति के जीवन की दिशा तय करने वाला एक सशक्त माध्यम होती है। यह समाज को जागरूक, संवेदनशील और उत्तरदायी बनाती है। लेकिन भारत जैसे विशाल और विविधतापूर्ण देश में, जहाँ शिक्षा की पहुँच दशकों तक एक विशेष वर्ग तक सीमित रही, वहाँ हर बच्चे…

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जागते-जागते सदियाँ बीतीं, अब तो थोड़ा सोने दो

मुझे आराम करने दो, थोड़ी थकान तो उतरने दो, जागते-जागते सदियाँ बीतीं, अब तो थोड़ा सोने दो, हर लम्हा जीना है कब, कुछ तो करना है अब, ख़ामोशी मिल जाये तो, मिल गए मुझे सब, दुखों की कहानी को, अब ना दोहराओ तुम, मुझे आराम करने दो, मुझे ना सताओ तुम, स…

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ये सबूत देखकर आप भी स्वीकार करेंगे, रामायण काल के अस्तित्व को

रामायण काल को लेकर अलग-अलग मान्यताएं हैं। ऐतिहासिक साक्ष्य नहीं होने के कारण कुछ लोग जहां इसे नकारते हैं, वहीं कुछ इसे सत्य मानते हैं। हालांकि इसे आस्था का नाम दिया जाता है, लेकिन नासा द्वारा समुद्र में खोजा गया रामसेतु ऐसे लोगों की मान्यता को और …

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मैने बहुत से इन्सान देखे हैं,

मैने बहुत से इन्सान देखे हैं, जिनके बदन पर लिबास नहीं होता। और बहुत से लिबास देखे हैं, जिनके अंदर इन्सान नहीं होता । कोई हालात नहीं समझता, कोई जज़्बात नहीं समझता, ये तो बस अपनी अपनी समझ है, कोई कोरा कागज़ भी पढ़ लेता है, तो कोई …

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साथ ना रह पाये तो

हो सके या ना हो सके, दुनिया में जो खो ना सके, मंजिलों को पा ना सके, साथ वो अब, रह ना सके, मेरे लिए, क्या सब है, जो खोया है मैंने, शायद वो रब है, खोयी यादों के गलियारों में, बेजान से मस्ती अब रहती है, समंदर में जिस तरह अकेली कशती तैरती ह…

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जन्म और मृत्यु अलग अलग नहीं

इस दुनिया में जिसने भी जन्म लिया है,उसकी मृत्यु होना अवश्यम्भावी है। लेकिन फिर भी लोग मरने पर दुःख  का और किसी के पैदा होने पर सुख का अनुभव करते हैं। जबकि यह एक शारीरिक परिवर्तन की एक नियमित तौर पर होते रहने वाली साधारण प्रकिया है। जैसे जन्म के …

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मैंने क्या किया है?

मैंने क्या किया है? आप जानते तो होगे,  मैं तो जानता नहीं, समझना आता नहीं, समझाना सीखा नहीं, कहना तो जानता हूँ, लेकिन कब ये पता नहीं, कैसे कहूँ, बड़ी मुश्किल है, लागता है दिल-दिमाग पर काबू नहीं, शायद कोई बंदिश है, जो लागू मुझप…

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प्रकृति अत्यंत सरल है।

प्रकृति अत्यंत सरल है। इसकी समस्त क्रियाएं बड़ी सरलता के साथ होती हैं। सूर्य का उदय होना, तारों का टिमटिमाना, नदियों का निरंतर बहना, हवा का चलना समय पर हो रहा है। वृक्ष फलते-फूलते हैं, रात के बाद दिन आता है, पर्वत-चट्टानें स्थिर हैं।  प्रकृति…

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That is All